:: What was in my mind ::
It is Corona time and we all applying precautions as much as we understand. Here is a light humor for this Corona time.
तब
पत्नी गेट पर खड़ी कर रही थी इंतज़ार,
हाथों में था पति के लिए एक उपहार,
आते ही पति के हुई वर्षा सेंट की,
और गले में डाला बाहों का हार,
भीतर जाते ही दिया पानी,
चलाई कूलर की ठंडी बयार,
दिखा कर फेवरेट खाना पत्नी यूं चिल्लाई,
जानू, बाद में लेना बदल कपड़े,
पहले चखो घर की बनी रस मलाई।
अब
पत्नी आज भी गेट पर खड़ी कर रही थी इंतजार,
हाथों में था पति के लिए सेनेटाइजर का उपहार,
और दस कदम की दूरी बना वो चिल्लाई,
कहीं किसी से की तो नहीं हाथ मिलाई,
चलो अब बंद है तुम्हारा हवा, पानी,
सबसे पहले नहा कर बहाओ कोरोना प्राणी,
फिर अपने कपड़े आप ही धुल कर आना,
तभी मिलेगा तुम्हें कोरोना टाइम में खाना।
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